सिंडी रमेश और उसके माता-पिता के लिए मुस्कुराने का कारण थी, क्योंकि वे भी सिंडी को पसंद सिंडी रमेश और उसके माता-पिता के लिए मुस्कुराने का कारण थी, क्योंकि वे भी सिंडी क...
कुछ तो सत्ता की धमक और कुछ सिक्कों की खनक ईमान को बिकने में भला देर कहां लगती है ? कुछ तो सत्ता की धमक और कुछ सिक्कों की खनक ईमान को बिकने में भला देर कहां लगत...
चलो अब दोनों खाना खा लो सुमन दोनों को खाने की टेबल पर ले जाते हुए बोली। चलो अब दोनों खाना खा लो सुमन दोनों को खाने की टेबल पर ले जाते हुए बोली।